भारत-नेपाल के बीच करीब 1751 किलोमीटर की सीमा एक दूसरे से जुड़ी हुई है। यूपी, उत्तराखंड सहित कई राज्यों से जुड़ी भारत-नेपाल की सीमा के दोनों ओर लाखों की संख्या में भारतीय व नेपाली एक साथ रहते हैं। दोनों तरफ दोनों देशों के लोग एक दूसरे के बीच अपना रिश्ता भी करते हैं। नेपाल में कई लाख भारतीय नागरिक अपनी व्यापारिक जड़े जमाए हुए हैं तो काफी संख्या में नेपाली भी भारतीय सीमा में अपना रोजी रोजगार करते आ रहे हैं।
इन्हीें लोगों में काफी लोग ऐसे हैं जिन्होंने नेपाल की नागरिकता भी ले रखी है। कुछ वैध ढंग से कुछ अवैध ढंग से। उधर, चीन से बढ़ती नजदीकियों और नेपाल-भारत के बीच आ रही रिश्तों की खटास ने वहां रह रहे नागरिकों के लिए मुश्किलें खड़ दी है। नेपाल अपने देश में फर्जी नागरिकता से रह रहे भारतीयों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। वह अपने खुफिया तंत्र व पुलिस प्रशासन की मदद से ऐसे लोगों को चिंहित करना शुरू कर दिया है जो अवैध ढंग से रह रहे हैं।
कई दर्जन लोगों की नागरिकता हो चुकी है खारिज नेपाल ने अपने कानून का सख्ती से पालन कराते हुए बीते दिनों कई दर्जन भारतीयों की नेपाली नागरिकता को खारिज करा चुका है। वहां की काउंसिल ने इन नागरिकों की नागरिकता को जांच कराकर खारिज कर दिया।
पांच हजार से अधिक फर्जी नागरिक मिले, कई लाख और मिल सकते भारतीय सीमा से सटे नेपाल के कपिलवस्तु, रुपनदेई, नवलपरासी सहित कई जिलों में खुफिया रिपोर्ट के आधार पर करीब पांच हजार लोगों पर संदेह जताया गया है। इन भारतीयों पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे नेपाली नागरिकता हासिल करने का आरोप है। नेपाली सूत्रों के अनुसार ये लोग यहां व्यापार के सिलसिले में यहां फर्जी नागरिकता हासिल किए हैं तो कुछ सफेदपोश भी यहां रह रहे हैं। सूत्रों की मानें तो नेपाल अभी सीमा से सटे जिलों के अतिरिक्त पूरे देश में जांच का दायरा बढ़ाने जा रहा है। अगर यह जांच ऐसे ही जारी रहा तो लाखों भारतीयों को नेपाल से निकलना पड़ेगा।
नेपाल अपने अधिकारियों पर भी कर रहा है कार्रवाई फर्जी नागरिकता दिलाने में मदद करने वाले नेपाली अधिकारियों पर भी सरकार ने गाज गिराना शुरू कर दिया है। नेपाल सरकार ने झापा जिले के तीन अधिकारियों जिला प्रशासकीय अधिकारी गौरव ढुंगेल, नायब अधिकारी मेघराज निरौला और खारिज दाखिल अधिकारी तेजेंद्र न्यौपाने को निलंबित कर दिया है। इन लोगों पर 16 लोगों को फर्जी तरीके से नागरिकता देने का आरोप है।
केवल भारतीय ही नहीं अन्य विदेशी नागरिकों की भी होगी जांच भारतीय नागरिकों के फर्जी नेपाली नागरिकता पर कार्रवाई के साथ साथ नेपाल विदेशी अन्य नागरिकों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में है। भारतीयों पर कार्रवाई के बाद वह दूसरे देशों के ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है जो नेपाल में फर्जी नागरिकता हासिल किए हैं।